सुनो!
उठो
देखो
समय की धारा को कोई
मोडने का
प्रयास कर रहा है
देखो
समझो
और उसका साथ दो
उसे राकने की अक्षम्य भूल न करो
बल्कि
उसे हौसला दो
उसे कहो
वह आगे ब़े
दृढ़ रहे, हिम्मत रखे
कहे,हम साथ है
हम सब मिलकर साथ देंगे, तुम्हारा
और एक दिन
समय की इस पीड़ा दायक चुभन को
मिटाकर ही दम लेंगे
तुम चलते चलो,
संघर्ष करो
हम हर कदम पर
तुम्हारे साथ है
दिल से
क्योकि हम भी चाहते है कि
इस माहोल को बदला जाए
अति का अंत हो जाए ।
पटेल, शास्त्री, सुभा से महापुरू
अब,
इस धरा पर आयेंगें नही
यह बीड़ा, आज नही तो कल
हम तुम को ही उठाना होगा
तुमने उठाया है,तुम्हे साधुवाद
कभी अपने को अकेला मत समझना
हम सदा तुम्हारे साथ है
कदम दर कदम ॥
...गिरीश नागड़ा
शुक्रवार, 9 अप्रैल 2010
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