सोमवार, 26 मार्च 2012
नहीं बिलकुल नहीं बी जे पी अपने जन्म से लेकर आज तक कभी इमानदार नहीं रही न तो सत्ता में रही तब न विपक्ष में है तब ,सच पूछा जाय तो बी जे पी में कभी कोई ठोस नेतृत्व रहा ही नहीं . बेईमानो को निकाल बहार करने की ताकत, दृढता कभी नहीं रही और इमानदार का साथ देने की ताकत, दृढता भी कभी नहीं रही मेरा दृढ़ मत हे कि अगर बी जे पी ईमानदारी पूर्वक अपनी भूमिका निभाती तो आज इस देश कि दशा और दिशा कुछ और ही होती .हारने के बाद अटलजी ने एक कविता लिखी थी उसका मैंने कविता से ही जवाब दिया था यहाँ उसका अवलोकन भी मौजू रहेगा प्रस्तुत हे नेक्स्ट पोस्ट में दोनों कविताऐ - गिरीश नागडा
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