एक जीवन 
एक जानवर/ एक इन्सान 
जानवर / निरीह, मूक, व असहाय । 
काटा,चमड़ा उतारा। 
लटका दिया दुकानदार ने 
इन्सानो के बाजार मे 
इन्सानी भूख के लिए ॥ 
इन्सान / विश्व शांति, विश्वबंधुत्व 
अहिंसा प्रेम ,करूणा 
संवेदनाओं का अथाह सागर 
आह!सागर 
सागर / गागर 
गागर/सागर ॥ 
एक हत्या एक जानवर/ एक इन्सान 
बहता खून, तड़फडाता शरीर 
खून की लाली और 
कटने का दर्द 
दोनो एक है ,मगर 
एक के लिए है आंसू 
दूसरे के लिए है 
एक क्रूर मुस्कान ॥ 
एक हत्या एक जानवर/ एक इन्सान 
इन्सान हाय कलेजा / 
कितना पत्थर,कठोर,निर्मम 
आलोचनाएं, भत्सर्नाएंऔर सजाएं 
जानवर हाय कलेजा/ 
कितना लजीज,स्वादिष्ट और उम्दा 
कृपादृटि,प्रशंसा,और पुरूस्कार ॥ 
 
इन्सान/जिसका खाया, 
उससे किया दगा 
जानवर/जिसका खाया,या न भी खाया 
उसके लिए दे दिया सर्वस्व ॥ 
जानवर तो पशु है 
पशु / हिंसा ,वहशीपना,असहिष्एाुता 
पशु/ न तरतीब,न तहजीब न तमीज 
पशु/न भूत, न वर्तमान,न भविय 
पशु/न इतिहास,न सभ्यता, न संस्कृति 
पश्।ाु/कुछ भी नहीं/सब कुछ 
सभी कुछ । 
इन्सान/ सब कुछ/सभी कुछ 
परन्तु कुछ भी नहीं 
ओछा,कृतघन व नंगा ॥ 
                 ... गिरीश नागड़ा 
मंगलवार, 4 मई 2010
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1 टिप्पणी:
मार्मिक!
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